कम उम्र में हो सकती हैं ये 4 बीमारियां, कुछ बातों का ख्याल रख खुद का करें बचाव
Learn about the importance of taking precautions and safeguarding your health at a young age to prevent the onset of these 4 common diseases. Take care of yourself and stay healthy with these helpful tips.

आजकल, कम उम्र के लोगों में अलार्मांह करने वाली बात है कि वे युवा होने के बावजूद कुछ बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यह मुद्दा गंभीर होता जा रहा है और अगर आप इन बीमारियों के बारे में सही जागरूकता रखते हैं, तो आप अपनी सेहत को बचा सकते हैं। इसलिए, यहां पर हम आपको कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सदीयों से कम उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही हैं। तो, इन बीमारियों का ख्याल रखते हुए आप अपनी सेहत को बचा सकते हैं।
1. बाल्याकालीन मधुमेह (टाइप 2 डायबिटीज):

यह बीमारी अधिकतर बढ़ते हुए वयः लोगों में ही होती है, लेकिन हाल के अध्ययनों के अनुसार, आजकल के युवा पीढ़ी में भी इसकी बढ़ती हुई आधारशिला देखने को मिल रही है। यह बीमारी अनिर्दिष्ट खानपान, वातावरणिक कारकों, तनाव और अव्ययाम की वजह से हो सकती है। इसलिए, अपने आहार में फल, सब्जी, इसबगोल, मंद धान्य और दूध के उत्पादों का सेवन करें और नियमित शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा दें।
2. उच्च रक्तचाप:

अधिकतर मामलों में, उच्च रक्तचाप की समस्या वयस्कों में देखी जाती है, लेकिन यह बीमारी कम उम्र के लोगों को भी प्रभावित कर सकती है। इसकी मुख्य वजह अव्ययाम, अनियमित और अयोग्य खानपान, मोटापा और स्ट्रेस हो सकती है। अतः नियमित व्यायाम करें, स्वस्थ आहार लें, मोटापा को नियंत्रित रखें और ध्यान विश्राम का पालन करें।
3. तनाव और डिप्रेशन:

आजकल की जीवनशैली और दबाव में युवा पीढ़ी अक्सर तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो जाती है। तनाव और डिप्रेशन सभी के लिए हानिकारक होते हैं, लेकिन इसके असर कम उम्र के लोगों पर ज्यादा हो सकता है। तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, योग और यथासंभव अपनी रोजमर्रा की जिंदगी को सरल रखें। यदि डिप्रेशन की समस्या हो, तो उचित चिकित्सा उपचार और सेल्फ-केयर तकनीकों का उपयोग करें।
4. बोन हेल्थ (हड्डी की सेहत):

कम उम्र के लोगों के लिए आपात वयस्कों की तुलना में, यह बीमारी शायद कम दिखेगी, लेकिन हड्डी की सेहत में कमी की संभावना होती है। पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी की कमी के कारण हड्डी कमजोर हो सकती है। इसके लिए, आपको पर्याप्त पौष्टिक आहार लेने चाहिए, जो कि शाकाहारी और नयी सब्जी, ग्रीन लीफीज और दूध के उत्पादों से प्राप्त हो सकता है।
इन बीमारियों से बचने के लिए, आपको स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की जरूरत होती है। नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ स्वस्थ आहार और विश्राम का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा, नियमित चेकअप कराना और उचित चिकित्सा सेवा का लाभ लेना भी सेहत के लिए आवश्यक है।